1. माहेश्वरी हथकरघा साड़ी (GI टैग प्राप्त)
- विशेषता: हाथ से बुनी हुई, हल्की और हवादार
- प्रकार: पुरवई (सूती), चंद्रकला (रेशम मिश्रित)
- कीमत: ₹500 से ₹50,000 तक
- सर्वोत्तम स्थान: रेवा सोसाइटी, हथकरघा एम्पोरियम
2. नर्मदा नदी के पत्थरों से बने शिवलिंग
- विशेषता: प्राकृतिक रूप से नर्मदा में मिले पत्थर
- आकार: 2 इंच से 2 फीट तक
- कीमत: ₹100 से ₹5,000
- खरीदें: घाट पर स्थित स्टॉल्स
3. बांस और लकड़ी के हस्तशिल्प
- उत्पाद: डेकोरेटिव आइटम, फोटो फ्रेम
- विशेषता: स्थानीय आदिवासी कला
- कीमत: ₹200 से ₹2,000
- सुझाव: माण्डू डिजाइन वाले उत्पाद
4. माहेश्वरी स्टोल और दुपट्टे
- विशेषता: हल्के ऊनी/सूती मिश्रण
- डिजाइन: पारंपरिक बट्टी वर्क
- कीमत: ₹300 से ₹3,000
- खरीदें: बुनकर सहकारी समिति
5. नर्मदा जल से बने उत्पाद
- प्रकार: शुद्ध नर्मदा जल (पवित्र), शंख में भरकर
- कीमत: ₹50 से ₹500
- विशेष: मंदिरों में प्रसाद के रूप में
6. स्थानीय हस्तनिर्मित ज्वैलरी
- प्रकार: नर्मदा शिला की माला, बांस के कड़े
- कीमत: ₹150 से ₹1,500
- सर्वोत्तम: कालेश्वर मंदिर के बाहर स्टॉल
7. मावा बर्फी और खोया जलेबी
- विशेषता: दूध से बनी, घी युक्त
- प्रसिद्ध स्थान: राम लड्डू भंडार
- कीमत: ₹200/किलो
- सुझाव: ताजा खरीदें, 2-3 दिन में खत्म करें
8. पारंपरिक मालवा टोपी
- उपयोग: गर्मी से बचाव, सांस्कृतिक स्मृति
- कीमत: ₹100 से ₹500
- खरीदें: साप्ताहिक बाजार (बुधवार)
9. अहिल्याबाई होल्कर से जुड़ी वस्तुएँ
- प्रकार: चित्र, छोटी मूर्तियाँ, किताबें
- कीमत: ₹200 से ₹2,000
- खरीदें: किला संग्रहालय की गिफ्ट शॉप
10. स्थानीय मसाले और हर्बल उत्पाद
- प्रकार: गरम मसाला, नीम पाउडर
- विशेषता: जैविक, पारंपरिक तरीके से तैयार
- कीमत: ₹50 से ₹300
- सर्वोत्तम: ग्रामीण महिलाओं के स्टॉल
खरीदारी के सुझाव
- मोलभाव: 20-30% तक की छूट संभव
- प्रमाणपत्र: माहेश्वरी साड़ियों पर GI टैग चेक करें
- पैकिंग: नाजुक सामान के लिए अतिरिक्त पैकिंग लें
FAQs
Q1. क्या ऑनलाइन माहेश्वरी साड़ी मिल सकती है?
A: हाँ, MP हथकरघा बोर्ड की वेबसाइट से
Q2. सबसे सस्ती और अच्छी चीज क्या है?
A: नर्मदा शिला का छोटा शिवलिंग (₹100-200)
Q3. क्या विदेश ले जा सकते हैं?
A: हाँ, पर पत्थर/जैविक उत्पादों के नियम चेक करें
निष्कर्ष: हस्तकला का जीवंत संग्रह
महेश्वर से खरीदारी करना सिर्फ सामान लेना नहीं, बल्कि सदियों पुरानी कला को सपोर्ट करना है। प्रत्येक उत्पाद के पीछे एक कारीगर की मेहनत और इतिहास छिपा है।
🚩 याद रखें:
"असली माहेश्वरी साड़ी पर 'महेश्वर' बुना होता है - नकली से सावधान!"